Wednesday 16th of October 2024

Tirupati Laddu Row: देवताओं को राजनीति से दूर रखें, तिरुपति लड्डू विवाद पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी

Reported by: PTC Bharat Desk  |  Edited by: Deepak Kumar  |  September 30th 2024 03:01 PM  |  Updated: September 30th 2024 03:01 PM

Tirupati Laddu Row: देवताओं को राजनीति से दूर रखें, तिरुपति लड्डू विवाद पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी

ब्यूरोः तिरुमाला के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में लड्डू विवाद पर आज यानी सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाओं पर सुनवाई की। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने आंध्र प्रदेश सरकार से देवताओं को राजनीति से दूर रखने को कहा। कोर्ट ने कहा कि कम से कम देवताओं को तो राजनीति से दूर रखना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि क्या प्रसाद के लिए घी का इस्तेमाल किया गया था, जो मानकों के अनुरूप नहीं पाया गया? राज्य सरकार ने जवाब दिया कि वह इस मामले की जांच कर रही है।

3 अक्टूबर को तिरुपति प्रसाद मामले की सुनवाई

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह तिरुपति देवस्थानम मंदिर प्रसाद मामले की सुनवाई गुरुवार यानी 3 अक्टूबर को दोपहर 3.30 बजे को करेगा। याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जब जांच चल रही है, तो संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों को ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए, जिससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हों।

आपको धार्मिक भावनाओं का सम्मान करना चाहिएः सुप्रीम कोर्ट

इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि आपको धार्मिक भावनाओं का सम्मान करना चाहिए, तो तुरंत प्रेस में जाने की क्या जरूरत थी। मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने आंध्र प्रदेश सरकार के वकील से कहा कि लैब रिपोर्ट से पता चलता है कि जिस घी की जांच की गई थी, वह खारिज किया गया घी था। शीर्ष अदालत ने आंध्र प्रदेश से पूछा कि एसआईटी जांच के आदेश के बाद प्रेस में जाने की क्या जरूरत थी। सुब्रमण्यम स्वामी का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता राजशेखर राव ने कहा कि वह एक भक्त के रूप में यहां हैं और प्रसाद में संदूषण के बारे में प्रेस में दिए गए बयान के दूरगामी निहितार्थ हैं और इससे कई अन्य मुद्दे उठ सकते हैं और सांप्रदायिक सद्भाव बिगड़ सकता है। उन्होंने कहा कि ये चिंता का विषय हैं। अगर देवता के प्रसाद पर कोई सवालिया निशान है तो इसकी जांच होनी चाहिए।

याचिकाकर्ताओं ने क्या मांग की?

इससे पहले भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी और तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी ने तिरुपति लड्डू में पशु वसा के इस्तेमाल के आरोपों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। सुब्रमण्यम स्वामी की याचिका में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की मांग की गई थी।

सुब्रमण्यम स्वामी के वकील ने कहा कि जांच में पता चला है कि प्रसाद बनाने के लिए कच्चा माल बिना किसी निरीक्षण के रसोई में जा रहा था, इसलिए निगरानी के लिए एक जिम्मेदार व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चूंकि यह देवता का प्रसाद है, इसलिए यह जनता और भक्तों के लिए बेहद पवित्र है। राज्य सरकार की ओर से एसजी तुषार मेहता ने कहा कि यह आस्था का मामला है और अगर इस घी का इस्तेमाल किया गया है, तो यह अस्वीकार्य है और यह देखा जाना चाहिए कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है क्योंकि आखिरकार इसकी जांच होनी चाहिए।

 ये है मामला

तिरुपति प्रसादम को लेकर विवाद तब शुरू हुआ जब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया कि पिछली वाईएसआरसीपी सरकार के दौरान तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर मंदिर में चढ़ाए जाने वाले प्रसादम, तिरुपति लड्डू को तैयार करने में पशु वसा सहित घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया था। यह घटनाक्रम पिछले सप्ताह इस मामले में दायर की गई कई याचिकाओं के बाद सामने आया है। शनिवार को विशेष जांच दल (SIT) ने तिरुपति का दौरा किया और तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के 'प्रसादम लड्डू' में मिलावट के मामले की जांच शुरू की। बाद में एसआईटी ने तिरुपति के पद्मावती गेस्ट हाउस में तिरुमाला लड्डू प्रसादम में मिलावट के आरोपों की जांच के लिए बैठक की।

PTC NETWORK
© 2024 PTC Bharat. All Rights Reserved.
Powered by PTC Network